डुक - 7
शिक्षक दिवस नै गुरजी रो,
छोरां यूं करयो सनमान,
कै इण दिन कणी छोरै,
बां'रो नीं करयो अपमान.
डुक - 8
सुख रा सागर सूख ज्यावै ,
जंजाळ जीव रा जाणो,
धन घटे अर पत घटावै,
कोट कचेड़ी थाणो.